मेरी कहानी
प्रथम 1 कुछ साल पहले की बात है, मै बारहवी कक्षा मे था। मै हर रोज स्कूल जाया करता था. और पढाई के साथ मस्तिया भी किया करता था मेरे दोस्त बहुत अच्छे थे। काफी प्यार भी करते थे। मै उन दिनो साइकिल से स्कूल जाया करता था, और जिस दिन स्कूल नही जाता था उन दिनो मै अपने गांव के चौराहे पे जाया करता था. और देखता था आज स्कूल कौन कौन से दोस्त स्कूल जा रहे है कौन नही जा रहा है. तो उन दिनों मै बहुत खुश रहा करता था। और उस समय मेरे पास फोन नही रहता था. फोन था भी तो सोशल मीडिया का प्रयोग मै मै नही कर सकता था. उस समय फोन भी सिम्पल हुआ करता था. और उतना सामर्थ्य नही था कि मै उस फोन मे भी पैसा भरा सकूं। तो लोगो सीधे मिल के ही बात कर पाना ज्यादा संभव था। हालंकि मै उस समय सोशल मीडिया के एक प्लेटफार्म से जुडा था, लेकिन मै उस